सच्ची बाते हिंदी में sachi bate in hindi | Inspirational Hindi Stories

सच्ची बाते हिंदी में  sachi bate in hindi

There was a blind girl who hated herself for the fact that she was blind. The only person she didn't hate was her boyfriend, because he was always there for her. She said that if she could only see the world, she would marry him.

One day, someone donated her a pair of eyes - now she could see everything, including her lover. Her boyfriend asked her, "Now that you can see the world, will you marry me?"
[1]
sachi bate in hindi
दुआ सलाम भी लोग हैसियत देख के करते है, 
अपनी हैसियत का अंदाजा रोज हो जाता है।

[2]
शख्सियत अच्छी होगी तभी दुश्मन बनेगे, 
वरना बुरे की तरफ देखता कौन है।

[3]
शिर्फ़ एक शक्श नहीं मरता खुदखुशी से, 
पूरा परिवार जिन्दा लाश बन जाता है।

[4]
भूलकर भी अपने दिल की बात किसी से मत करना, 
यहाँ कागज भी जरा सी देर में अखबार बन जाता है।

[5]
''सच्ची बाते ''
सच्चे रिश्तो की खूबसूरती एक दूसरे की गलतियों को बर्दास्त करने में है, 
क्यों की बिना कमी का इंसान तलाश करोगे तो अकेले ही रह जाओगे।

[6]
बड़ी अजीब होती है ये मौत भी, कभी कभी ये वहां होती है, 
जहाँ लोग जिंदगी की दुआ मागने जाते है।

[7]
मुफ्त में शिर्फ़ माँ बाप का प्यार मिलता है, 
इसके बाद दुनिया मे हर रिश्ते के लिए कुछ न कुछ चुकाना पड़ता है।

[8]
गरीबो से करीब का रिश्ता भी छुपाते है लोग और 
अमीरों से दूर का रिश्ता भी बढ़ा चढ़ा कर बताते है लोग।

[9]
बिखरने दो होठो पे हसी की फुहार को, 
प्यार से बात कर लेने से दौलत कम नहीं होती।

[10]
दुनिया बर्थडे केक की तरह है, 
अपना हिस्सा ले लेकिन बड़ा हिस्सा छोड़ दे।

[11]
कुछ इसलिए भी पसंद आते है सच बोलने वाले लोग, 
क्युकी वो खुद टूट जाते है पर किसीका दिल टूटने नहीं देते।

[12]
मुस्कुराने के मकसद न ढूढ़ वर्ना जिंदगी यूही कट जाएगी, 
कभी बेवजह भी मुस्कुरा के देख तेरे साथ जिंदगी भी मुस्कुराएगी।

[13]
कहते है की वक्त सारे घाव भर देता है, 
पर सच तो ये है की हम दर्द के साथ जीना सीख जाते है।

[14]
कुछ हसरते अधूरी ही रह जाए तो अच्छा है, 
पूरी हो जाने पर दिल खाली सा हो जाता है।

[15]
भरे बाजार से अक्सर खाली हाथ ही लौट आता हूँ 
क्यों कि पहले पैसे नहीं थे और अब ख्वाहिशे  नहीं रहीं। 

[16]
किसी दिन प्यास के बारे मे उससे पूछिये 
जिसकी बाल्टी कुए मे रह जाती है और रस्सी टूट जाती है। 

[17]
अपनी उम्र और पैसो पर कभी भी घमंड मत करना,
 क्यों कि जो चीजे गिनी जा सके वो यकीनन खत्म हो जाती है। 

[18]
किसकी समझूँ कीमत ये खुदा इस जहां मे 
तू मिट्टी से इंसान बनाते हो और इंसान मिट्टी से तुझे। 

[19]
दुनियाँ का उसूल है कि जब तक काम है 
तब तक नाम है वरना दूर से ही सलाम है। 

[20]
आपका जीवन महान हो इसके लिए 
आपका विश्वाशआपके भय से बड़ा होना चाहिए। 

[21]
जितना मैंने सोचा था जिंदगी उससे कहीं छोटी है। 

[22]
मेरे अच्छे वक्त ने दुनिया को बताया कि मै कैसा हूँ 
और मेरे बुरे वक्त ने मुझे बताया कि दुनिया कैसी है। 

[23]
ना फिक्र कर की जमाना क्या सोचेगा 
जमाने को अपनी ही फिक्र से फुर्सत कहाँ है। 

[24]
कुछ एसे हादसे भी होते है जिंदगी मे 
इंसान बच जाता है मगर जिंदा नहीं रहता है। 

[25]
नफ़रतों के बाजार मे जीने का अलग ही मजा है लोग 
रुलाना नहीं छोड़ते और ज़िंदादिल हसाना नहीं छोड़ते। 

[26]
कहीं बिखरी हुई बाते कहीं टूटा हुआ वादा, 
ए जिंदगी बता क्या है तेरा किस्सा और क्या है तेरा इरादा। 

[27]
कोई भी माँ बाप बेटी की पैदाइश से नहीं डरते 
अगर वो डरते है तो बस बेटी के नसीब से । 

[28]
रिश्तों की डोर कमजोर तब होती है 
जब इंसान गलतफहमी मे,पैदा होने वाले सवालो का जावाब भी खुद ही बना लता है। 

[29]
किसी की तलाश मे मत निकलो क्योकि लोग खो नहीं बादल जाते है। 

[30]
बचपन मे जब धागो के बीच माचिस को फसाकर फोन फोन खेलते थे,
तब मालूम नहीं था एक दिन इस फोन मे जिंदगी सिमट चली जाएगी। 

[31]
जिंदगी को इतना सीरियश लेनेकी कोई जरूरत नहीं है यारो 
यहाँ से जिंदा बचकर कोई नहीं जाएगा ।

द ब्लाइंड गर्ल (बदलें)
द ब्लाइंड गर्ल (प्रेरणादायक लघु कथाएँ)
एक अंधी लड़की थी जो इस बात के लिए खुद से घृणा करती थी कि वह अंधी है। केवल एक व्यक्ति जिसे वह नफरत नहीं करती थी वह उसका प्रेमी था, क्योंकि वह हमेशा उसके लिए था। उसने कहा कि अगर वह केवल दुनिया देख सकती है, तो वह उससे शादी करेगी।

एक दिन, किसी ने उसे आँखों की एक जोड़ी दान की - अब वह अपने प्रेमी सहित सब कुछ देख सकती थी। उसके प्रेमी ने उससे पूछा, "अब जब तुम दुनिया देख सकते हो, क्या तुम मुझसे शादी करोगे?"

लड़की हैरान रह गई जब उसने देखा कि उसका प्रेमी भी अंधा था, और उसने उससे शादी करने से इनकार कर दिया। उसका प्रेमी आँसू में बह गया, और बाद में उसे एक पत्र लिखा:
"बस मेरी आँखों का ख्याल रखना प्रिय।"

कहानी की शिक्षा:
जब हमारी परिस्थितियाँ बदलती हैं, तो हमारा मन ऐसा होता है। कुछ लोग उस तरह से नहीं देख पा रहे हैं जिस तरह की चीजें पहले थीं, और शायद उनकी सराहना करने में सक्षम न हों। इस कहानी से सिर्फ एक ही नहीं बल्कि कई चीजें हैं।

यह प्रेरणादायक लघु कहानियों में से एक है जिसने मुझे अवाक छोड़ दिया।

2

बिक्री के लिए पिल्ले (समझ)
बिक्री के लिए पप्पीज़ (प्रेरणात्मक लघु कथाएँ)

एक दुकान के मालिक ने अपने दरवाजे के ऊपर एक संकेत रखा जिसमें कहा गया था: "पप्पीज़ फॉर सेल।"

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इस तरह के संकेत हमेशा छोटे बच्चों को आकर्षित करने का एक तरीका है, और कोई आश्चर्य की बात नहीं है, एक लड़के ने संकेत देखा और मालिक से संपर्क किया;
"आप कितने पिल्लों को बेचने जा रहे हैं?" उसने पूछा।
दुकान के मालिक ने जवाब दिया, "कहीं भी $ 30 से $ 50 तक।"

छोटे लड़के ने अपनी जेब से कुछ बदलाव निकाला। "मेरे पास $ 2.37 है," उन्होंने कहा। "क्या मैं उन्हें देख सकता हूँ?"

दुकान का मालिक मुस्कुराया और सीटी बजी। केनेल में से लेडी आई, जो अपनी दुकान के गलियारे से नीचे भागती थी, उसके बाद पाँच नन्हे, फर के छोटे-छोटे गोले थे।
एक पिल्ला काफी पीछे चल रहा था। तुरंत ही छोटे लड़के ने लंगड़ा कर दिया, पिल्ला को लंगड़ा कर कहा, "उस छोटे कुत्ते के साथ क्या गलत है?"

दुकान के मालिक ने बताया कि पशुचिकित्सक ने छोटे पिल्ले की जांच की थी और उसे पता चला था कि उसके पास हिप सॉकेट नहीं है। यह हमेशा लंगड़ा रहेगा। यह हमेशा लंगड़ा रहेगा।

छोटा लड़का उत्साहित हो गया। "वह पिल्ला है जिसे मैं खरीदना चाहता हूं।"

दुकान के मालिक ने कहा, "नहीं, आप उस छोटे कुत्ते को खरीदना नहीं चाहते। यदि आप वास्तव में उसे चाहते हैं, तो मैं आपको उसे दे दूंगा। "

छोटा लड़का काफी परेशान हो गया। उसने अपनी उंगली की ओर इशारा करते हुए सीधे दुकान के मालिक की आँखों में देखा, और कहा;

“मैं नहीं चाहता कि तुम उसे मुझे दे दो। उस छोटे से कुत्ते की कीमत हर दूसरे कुत्ते के बराबर है और मैं पूरी कीमत चुकाऊंगा। वास्तव में, मैं आपको $ 2.37 अब और 50 सेंट एक महीने तक दूंगा, जब तक मैंने उसके लिए भुगतान नहीं किया। ”

दुकान के मालिक ने कहा, "आप वास्तव में इस छोटे कुत्ते को खरीदना नहीं चाहते हैं। वह कभी भी अन्य पिल्लों की तरह आपके साथ दौड़ने और कूदने और खेलने में सक्षम नहीं होगा। ”

उनके आश्चर्य के लिए, छोटा लड़का नीचे पहुंच गया और एक बड़ी धातु की चूड़ी द्वारा समर्थित बाएं पैर को बुरी तरह से मुड़ने के लिए प्रकट करने के लिए अपने पैंट पैर को लुढ़का दिया। उसने दुकान के मालिक की ओर देखा और धीरे से उत्तर दिया, "ठीक है, मैं खुद इतना अच्छा नहीं चलाता, और छोटे पिल्ला को किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होगी जो समझता हो!"

 हाथी और छह अंधे व्यक्ति -
बहुत समय पहले की बात है , किसी गावं में 6 अंधे आदमी रहते थे. एक दिन गाँव वालों ने उन्हें बताया , ” अरे , आज गावँ में हाथी आया है.”  उन्होंने आज तक बस हाथियों के बारे में सुना था पर कभी छू कर महसूस नहीं किया था. उन्होंने ने निश्चय किया, ” भले ही हम हाथी को देख नहीं सकते , पर आज हम सब चल कर उसे महसूस तो कर सकते हैं ना?” और फिर वो सब उस जगह की तरफ बढ़ चले जहाँ हाथी आया हुआ था.
सभी ने हाथी को छूना शुरू किया.

 मैं समझ गया, हाथी एक खम्भे की तरह होता है पहले व्यक्ति ने हाथी का पैर छूते हुए कहा. अरे नहीं, हाथी तो रस्सी की तरह होता है. दूसरे व्यक्ति ने पूँछ पकड़ते हुए कहा. मैं बताता हूँ,  ये तो पेड़ के तने की तरह है.  तीसरे व्यक्ति ने सूंढ़ पकड़ते हुए कहा.

तुम लोग क्या बात कर रहे हो, हाथी  एक बड़े हाथ के पंखे की तरह होता है. चौथे व्यक्ति ने कान छूते हुए सभी को समझाया. नहीं-नहीं , ये तो एक दीवार की तरह है पांचवे व्यक्ति ने पेट पर हाथ रखते हुए कहा.ऐसा नहीं है , हाथी तो एक कठोर नली की तरह होता है. छठे व्यक्ति ने अपनी बात रखी.

और फिर सभी आपस में बहस करने लगे और खुद को सही साबित करने में लग गए.. ..उनकी  बहस तेज होती गयी और ऐसा लगने लगा मानो वो आपस में लड़ ही पड़ेंगे. तभी वहां से एक बुद्धिमान व्यक्ति गुजर रहा था. वह रुका और उनसे पूछा, क्या बात है तुम सब आपस में झगड़ क्यों रहे हो? हम यह नहीं तय कर पा रहे हैं कि आखिर हाथी दीखता कैसा है., उन्होंने ने उत्तर दिया.

और फिर बारी बारी से उन्होंने अपनी बात उस व्यक्ति को समझाई. बुद्धिमान व्यक्ति ने सभी की बात शांति से सुनी और बोला ,” तुम सब अपनी-अपनी जगह सही हो. तुम्हारे वर्णन में अंतर इसलिए है क्योंकि तुम सबने हाथी के अलग-अलग भाग छुए

हैं, पर देखा जाए तो तुम लोगो ने जो कुछ भी बताया वो सभी बाते हाथी के वर्णन के लिए सही बैठती हैं. अच्छा !! ऐसा है.” सभी ने एक साथ उत्तर दिया . उसके बाद कोई विवाद नहीं हुआ ,और सभी खुश हो गए कि वो सभी सच कह रहे थे.

दोस्तों,  कई बार ऐसा होता है कि हम अपनी  बात को लेकर अड़ जाते हैं कि हम ही सही हैं और बाकी सब गलत है. लेकिन यह संभव है कि हमें सिक्के का एक ही पहलु दिख रहा हो और उसके आलावा भी कुछ ऐसे तथ्य हों जो सही हों. इसलिए हमें अपनी बात तो रखनी चाहिए पर दूसरों की बात भी सब्र से सुननी चाहिए , और कभी भी बेकार की बहस में नहीं पड़ना चाहिए. वेदों में भी कहा गया है कि एक सत्य को कई तरीके से बताया जा सकता है. तो , जब अगली बार आप ऐसी किसी बहस में पड़ें तो याद कर लीजियेगा कि कहीं ऐसा तो नहीं कि आपके हाथ में सिर्फ पूँछ  है और बाकी हिस्से किसी और के पास हैं. 🙂

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